यूसुफ जी के परिवार से मिलकर एक अजीब अपना पन सा लगा था। यूसुफ जी के परिवार से मिलकर एक अजीब अपना पन सा लगा था।
छूटे हुए घर छूटे हुए घर
एक गृहिणी का सारा काम सिर्फ़ इसीलिए फालतू है क्योंकि वह घर का काम है, क्या आप भी यही सोचते हैं ? तो प... एक गृहिणी का सारा काम सिर्फ़ इसीलिए फालतू है क्योंकि वह घर का काम है, क्या आप भी ...
लेकिन यह क्या ! कन्या के पैरों पर उसे उसका हाथ राक्षसों के हाथ जैसा दिखाई दिया। लेकिन यह क्या ! कन्या के पैरों पर उसे उसका हाथ राक्षसों के हाथ जैसा दिखाई दिया।
दोनों बाल श्रमिकों के लिए कोरोना का अर्थ था ,कार्य से मुक्ति। दोनों बाल श्रमिकों के लिए कोरोना का अर्थ था ,कार्य से मुक्ति।
ऐसे युवाओं की वज़ह से ही इंडिया धीरे-धीरे आत्मनिर्भर भारत में तब्दील हो रहा है। ऐसे युवाओं की वज़ह से ही इंडिया धीरे-धीरे आत्मनिर्भर भारत में तब्दील हो रहा है।